भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की व आईआईआरएस देहरादून भारत में अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए एकजुट हुए
![](https://www.knews18.com/wp-content/uploads/2023/11/IMG-20231114-WA0035-1024x683.jpg)
(KNEWS18 दिलशाद खान)
14, 11, 2023: रूड़की, भारत: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रूड़की और भारतीय रिमोट सेंसिंग संस्थान (आईआईआरएस), इसरो, देहरादून ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर के साथ एक महत्वपूर्ण उपलब्धि चिह्नित की। यह ऐतिहासिक समझौता शैक्षणिक सहयोग को मजबूत करने व अंतरिक्ष विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उन्नत अनुसंधान एवं शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए तैयार है, जो अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में नवाचार के लिए भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की में आयोजित हस्ताक्षर समारोह में इस सहयोग के महत्व को रेखांकित करते हुए दोनों संस्थानों के प्रमुख लोग एक साथ आए। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की के उल्लेखनीय उपस्थित लोगों में आईआईटी रूड़की के निदेशक प्रोफेसर के के पंत शामिल थे, जिन्होंने साझेदारी के लिए अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “यह समझौता ज्ञापन भारत में अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षितिज का विस्तार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है। यह इस क्षेत्र में अग्रणी अनुसंधान एवं शिक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, जो देश की तकनीकी उन्नति और अंतरिक्ष प्रयासों का अभिन्न अंग है। इस सहयोग के माध्यम से, हम संयुक्त पीएचडी कार्यक्रमों, संयुक्त अनुसंधान पहलों, छात्र विनिमय कार्यक्रमों और शैक्षणिक कार्यक्रमों का समर्थन करने के लिए तत्पर हैं, जो निस्संदेह हमारे छात्रों और शोधकर्ताओं की क्षमताओं को बढ़ाएगा।”
आईआईआरएस देहरादून की ओर से, आईआईआरएस के निदेशक डॉ. आर.पी. सिंह, शैक्षणिक कुलशासक डॉ. प्रमोद कुमार, पी एंड जीए के प्रमुख श्री रथिन सेनगुप्ता और डब्ल्यूआरडी के प्रमुख डॉ. प्रवीण ठाकुर इस महत्वपूर्ण अवसर को देखने के लिए उपस्थित रहे।
यह सहयोग भारत में अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र को मजबूत करने व अंतरिक्ष से संबंधित प्रयासों में वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। यह इस क्षेत्र में छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए शैक्षिक अनुभव को समृद्ध करते हुए, संयुक्त पीएचडी कार्यक्रमों, संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, छात्र विनिमय कार्यक्रमों और शैक्षणिक कार्यक्रमों के लिए समर्थन का मार्ग प्रशस्त करता है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की, एक संस्थान जिसने खुद को अंतरिक्ष अनुसंधान के गतिशील क्षेत्र में सुरक्षित रूप से स्थापित किया है, अब गर्व से “अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र (सीएसएसटी)” का दावा करता है। यह शैक्षणिक केंद्र अंतरिक्ष विभाग और इसरो के उद्देश्यों के अनुरूप, अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की की दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतीक है। सीएसएसटी, नवाचार व अंतःविषय सहयोग का केंद्र, लक्षित अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देगा, राष्ट्रीय अंतरिक्ष लक्ष्यों व मिशनों का समर्थन करेगा, और भारत तथा वैश्विक अंतरिक्ष और संबद्ध क्षेत्रों की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए तैयार कुशल व्यावसायिकों की एक नई पीढ़ी तैयार करेगा। आईआईआरएस देहरादून के साथ यह सहयोग एक परिवर्तनकारी साझेदारी की शुरुआत करता है, जो अंतरिक्ष अन्वेषण के भविष्य को आकार देने में आईआईटी रूड़की की महत्वपूर्ण भूमिका को मजबूत करता है।