आम इंसान विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आकिल अहमद का इब्राहिमपुर और सिकरोढा गांव में हुआ जोरदार स्वागत
(*दिलशाद खान*)
उत्तराखंड में आम इंसान विकास पार्टी अब अपना कुनबा बढ़ाने में जुट गई है जिसके चलते पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आकील अहमद ने हरिद्वार जिले के रुड़की,भगवानपुर सिकरोड़ा, इब्राहिमपुर ज्वालापुर, बहादुरपुर सुल्तानपुर आदि स्थानों पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की जिसमें पार्टी की मजबूती पर बल दिया।
इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। आकिल अहमद ने इब्राहिमपुर गांव में लोगों को आम इंसान विकास पार्टी की नीतियों की जानकारी देते हुए उनसे आह्वान किया की पार्टी की नीतियों को घर घर तक पहुंचाएं ताकि पार्टी को मजबूत किया जा सके। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा की वह आम इंसान विकास पार्टी के साथ खड़े होकर इस प्रदेश में बढ़ते भ्रष्टाचार महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाएं ताकि जनता की आवाज़ सरकार तक पहुंच सके।आकिल अहमद ने अपनी पार्टी की नीतियों की जानकारी कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा की आम इंसान विकास पार्टी गरीब मजदूर की पार्टी है जो उत्तराखंड के लोकसभा चुनाव में मजबूती के साथ उभरकर सामने आएगी।उनकी पार्टी मजलूमों पर किसी तरह का जुल्म ज्यादती बर्दाश्त नहीं करेगी।कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं में भी काफी उत्साह देखने को मिला। उन्होंने कहा की आम इंसान विकास पार्टी युवाओं और महिलाओं को विशेष प्राथमिकता देगी सरकार कोई भी हो लेकिन आम इंसान विकास पार्टी जनहित के मुद्दों को लेकर धरना प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेगी। आकिल अहमद ने कहा की वह सभी धर्म जाति के लोगों को पार्टी से जोड़ने का काम कर रहे हैं हरिद्वार जिले के गांव गांव में पार्टी के संगठन को खड़ा करेंगे।उन्होंने कहा की बीजेपी और कांग्रेस ने उत्तराखंड राज्य को 22 साल के लंबे समय में कुछ नहीं दिया बल्कि युवाओं को रोजगार के नाम पर ठगने का काम किया।जिन बेरोजगारों को रोजगार मिलना चाहिए था आज वही युवा सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर हैं अगर वह अपना अधिकार मांगते हैं तो उन्हें जेलों में डाला जाता है लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा आम इंसान विकास पार्टी सभी के अधिकारों के लिए सड़कों पर आंदोलन करेगी।उन्होंने कहा की जिन उद्देश्यों के लिए राज्य का गठन हुआ था आज उन उद्देश्यों से दोनों पार्टियों का कोई लेना देना नहीं है आज उत्तराखंड राज्य का गठन कराने वाले आंदोलनकारी भी अपनी समस्याओं को लेकर आए दिन आंदोलन करते हैं लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है।इस मौके पर सैंकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।