हरिद्वार -चमगादड़ टापू की भूमि पर की गई पार्किंग की नीलामी का स्थानीय लोगो ने किया स्वागत,अतिक्रमण से मिलेगा छुटकारा
(दिलशाद खान)
(न्यूज़ हरिद्वार)। मुख्यमंत्री द्वारा जनसुविधार्थ अधिक से अधिक पार्किंग बनाए जाने की घोषणा व राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य के क्रम में हरिद्वार सिंचाई खंड द्वारा कालांतर से अनुपयोगी चली आ रही चमगादड़ टापू की भूमि पर की गई पार्किंग की नीलामी से जहां एक और पार्किंग माफिया बौखला गया है, तो वहीं दूसरी और सिंचाई खंड हरिद्वार के इस कदम का स्थानीय निवासियों ने स्वागत किया है । यह पार्किंग माफिया की बौखलाहट का ही नतीजा है कि चमगादड़ टापू पार्किंग को लेकर विभिन्न तरह की अफवाहें फैलाने के साथ-साथ उच्च अधिकारियों को भ्रमित करते हुए शिकायतें भेजी जा रही है। गौरतलब है कि सिंचाई खंड हरिद्वार के स्वामित्व वाली चमगादड़ टापू की लाखों वर्ग मीटर भूमि अनुपयोगी पड़ी हुई है जिस कारण टापू में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा होने के साथ-साथ तमाम तरह के अवैध धंधे चलते रहे हैं यही नहीं चमगादड़ टापू की खाली भूमि पर बड़ी संख्या में बाहरी तथा स्थानीय लोगों द्वारा भी भारी अतिक्रमण किया गया है जिसका कोई राजस्व राज्य सरकार को प्राप्त नहीं हो रहा था। बताया जाता है कि इसी को दृष्टिगत रखते हुए सिंचाई खंड हरिद्वार की तेजतर्रार अधिशासी अभियंता मंजू द्वारा चमगादड़ टापू को पार्किंग के रूप मे अस्तित्व में लाकर जहां एक और अवैध अतिक्रमण पर अंकुश लगाने की दिशा में कदम बढ़ाया गया है तो वहीं दूसरी ओर टापू में सक्रिय असामाजिक तत्व से छुटकारे को भी सिंचाई विभाग की इस भूमि पर पहली बार पार्किंग का ठेका दिया गया है। अधिशासी अभियंता मंजू के अनुसार सिंचाई विभाग की यह भूमि अनुपयोगी पड़ी हुई थी जिस कारण इस स्थान पर असामाजिक तत्व अपना डेरा जमा रहे थे और सरकार को भी कोई राजस्व प्राप्त नहीं हो रहा था इसी के दृष्टिगत पहली बार इस पार्किंग का ठेका स्वीकृत किया गया है, इसलिए दशकों पुरानी पंतदीप पार्किंग से इसकी तुलना ठीक नहीं है। पार्किंग का ठेका करने में सभी नियमों का पालन किया गया है और पार्किंग बनने से असामाजिक तत्व को वहां से हटाने के साथ-साथ टापू पर भारी संख्या में हुए अवैध अतिक्रमण को भी कब्जा मुक्त कराया जाएगा वहीं दूसरी और इस भूमि पर पार्किंग से राज्य सरकार को पहली बार राजस्व की प्राप्ति होगी