पिरान कलियर में आयोजित हज़रत अली के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन,हज़रत अली की शिक्षा और उनके सिद्धान्तों पर डाली गयी रोशनी
(दिलशाद खान)
(न्यूज़ रूडकी/पीरान कलीयर) । हर साल की तरह हज़रत अली के यौमे शहादत पर 21 रमज़ान को पीरान कलीयर शरीफ दरगाह में दुआईया जलसे ,खत्म शरीफ और मिलाद का आयोजन किया गया।शायर अफ़ज़ल मंगलोरी के संयोजन में हज़रत अली की शिक्षाओं और उनके सिद्धान्तों पर रोशनी डाली गई।उत्तराखंड हज कमेटी के अध्यक्ष शादाब शम्स दरगाह के सज्जादा नशीन शाह अली मन्ज़र एजाज़ साबरी के प्रतिनिधि शाह यावर मियां संयुक्त रूप से आवाह्न किया कि इस मुक़द्दस मौके पर सभी को ये अहद करना चाहिए कि वे पीरान कलियर से नशे को खत्म करने के लिए कोशिश करें।
हज कमेटी के पूर्व चेयरमैन मौलाना ज़ाहिद रज़ा ने कहा कि हज़रत अली की जात पूरी इंसानियत के लिए बाबरकत है।उन्होंने जो उसूल बनाये वे केवल मुसलमानों के के लिए ही नही बल्कि पूरी कायनात और मानवता के लिए मार्गदर्शक है।
हज कमेटी के चेयरमैन खतीब अहमद ने कहा कि हज़रत अली जो सूफ़ीमत के संस्थापक है उनकी ज़िंदगी मानव प्रेम और सौहार्द का संदेश देती है।
इससे पूर्व वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने दरगाह की ओर से होने वाली सामूहिक रोजा अफ्तारी में आमजन के साथ दरगाह परिसर में बैठ कर रोज़ा अफ्तार किया तथा जायरीन से मुलाकात कर हालचाल पूछा।
इस अवसर पर अफ़ज़ल मंगलोरी,शाह यावर मियां, राजू मियां फरीदी,इमाम दरगाह ,जमील अहमद, अज़हर प्रधान, एडवोकेट रौनक अली,बहरोज़ आलम,शाह ख़ालिक़ मियां, नोमी मियां,सलमान रज़ा रिज़वी,खालिद रज़ा रज़वी ,सुहेल मियां साबरी,अनेक पत्रकार आदि मौजूद रहे।रात्रि में महफ़िल ए मिलाद और महफ़िल समा का आयोजन हुए जिसने हज़रत अली की मनकबत और सलाम पेश किए गए।
अध्यक्ष शादाब शम्स ने उत्तराखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री चंदन राम दास की ओर से उनके जन्मदिन के मौके पर चादर पेश की।मौलाना ज़ाहिद रज़ा ने दुआ कराई।सज्जादा नशीन शाह अली मन्ज़र एजाज़ साबरी ने वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स, हज कमेटी अध्यक्ष ख़तीब अहमद,पूर्व अध्यक्ष मौलाना ज़ाहिद रज़ा, अंतरराष्ट्रीय शायर अफ़ज़ल मंगलोरी को सम्मानित किया।